नवपंख सामाजिक विकास संस्था जबलपुर ने किया शिक्षा का सम्मान

एक अच्छी शिक्षा समाज के बच्चों को समृद्धि समर्पण और सफलता की दिशा में आगे बढ़ती है देश के भावी भविष्य बच्चों की तरक्की को प्रोत्साहन मिलने से उनकी सीखने की क्षमता में न सिर्फ वृद्धि होती है बल्कि वह रुचि के साथ आगे बढ़ाने की दिशा में प्रेरित होते हैं कुछ इसी उन्नत विचार के साथ नवपंख सामाजिक विकास संस्था द्वारा नर्मदा मैरिज गार्डन में पढ़ने वाले जरूरतमंद स्कूली छात्रों को कक्षा में उच्च अंक प्राप्त करने पर प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया इस प्रोत्साहन का मुख्य उद्देश्य बच्चों में शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ साथ आत्म विश्वास मानसिक विकास को बढ़ावा देना हैं ताकि वे आगे चलकर एक सफल इंसान बन सकें l यह कार्यक्रम में संस्था की संस्थापक अध्यक्ष श्रीमति आराधना साहू की अध्यक्षता में संपन्न आयोजित किया गया । आयोजित कार्यक्रम में आराधना साहू ने कहा कि परीक्षा में सफलता मन को संतुष्टि देती है हमारे जीवन में शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है कितना महत्व हैं कड़ी मेहनत परिश्रम करके व्यक्ति सफल हो सकता हैं ।

नशा न करने और उससे दूर रहने की सलाह- संस्था की सदस्य कविता शराफ जी ने बच्चों को नशे से दूर रहने और नशे से होने वाले नुकसान और बीमारी के बारे में जानकारी दी एवं गर्मी में होने वाली बीमारी और उनसे बचाव के बारे में जानकारी प्रदान की । उच्च अंक प्राप्त करने वाले सभी बच्चों को मैडल एवम पुरुस्कार प्रदान कर बच्चों को सम्मानित किया ।इन छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों अंशुल का भी सम्मान संस्था के सदस्यों द्वारा मोमेंटो देकर किया गया । बच्चों को मनोरंजक गैम्स खिलाये गए कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संस्था के सदस्य कविता सराफ अजय साहू ऋतु वासवानी रंजना पाटीदार , श्रद्धा समीर खरे जी,वंदना कछवाहा , राजेश जैसवाल ,अवतार सिंह ,रविन्द्र तिवारी , वर्षा और नीतू आदि उपस्थित रही lइस अवसर पर बच्चों के परिजन भी उपस्थित थे।

FAQ.
1.बाल शिक्षा का अर्थ क्या होता है?
बाल-केंद्रित शिक्षा एक शिक्षण का दृष्टिकोण है जो बच्चों की ज़रूरतों, रुचियों, क्षमताओं और सीखने की गति को सीखने की प्रक्रिया का केन्द्र है।
2.शिक्षा की परिभाषाएं क्या हैं?
शिक्षा का तात्पर्य अच्छे आचरण ज्ञान सदाचार तकनीकी शिक्षा का उचित ज्ञान प्राप्त करने की प्रक्रिया को शिक्षा कहते हैं शिक्षा प्राप्त करने के लिए समानता स्कूल में जाना होता है सर्वप्रथम शिक्षा बच्चों को अपनी मां से और उसके बाद गुरु जनों से प्राप्त होती है।
3.बच्चों को शिक्षा क्यों जरूरी है?
जीवन में शिक्षा का होना बहुत जरूरी है ज्ञान और कौशल प्रदान करने से बच्चा आत्मनिर्भर बनने की और अग्रसर होता है। आज के आधुनिक समय में ज्ञान अति आवश्यक है।
4.बाल अधिकार कितने हैं
भारतीय संविधान 41 बाल अधिकार दिए गए हैं जिसमें से बच्चों को 16 अधिकार महत्वपूर्ण है जिसमें जीवन जीने का अधिकार भोजन पोषण, स्वास्थ्य ,विकास ,शिक्षा ,पहचान ,नाम राष्ट्रीय , परिवार ,मनोरंजन सुरक्षा और बच्चों का गैर कानूनी व्यापार के कानूनी अधिकार शामिल है।
5.बच्चों के कल्याण के लिए कौन काम करता है?
बाल कल्याण के लिए सामाजिक कार्यकर्ता काम करते हैं इसके साथ ही विभिन्न सामाजिक संस्थाएं भारत सरकार के बाल कल्याण विभाग के साथ मिलकर बालकों के कल्याण उत्थान और शिक्षा के लिए काम करते हैं। जिसमें बालको शिक्षा भोजन व्यवस्था स्वास्थ्य आदि सम्मिलित होता है।
6.बाल कल्याण समिति क्या है?
भारतीय किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत बालकों के संरक्षक और संरक्षण के लिए गठित एक समिति है जिसका कार्य अनाथ छोड़े गए और खोए हुए बच्चों के लिए मदद करना ऐसे बच्चों का संरक्षण करना जिनका परित्याग कर दिया गया है।
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