पूरे मध्य प्रदेश में दमोह के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर हरीश पटेल सबसे अधिक सक्रिय एंबेसडर

संपूर्ण मध्य प्रदेश में स्वच्छता अभियान चल रहा है मध्य प्रदेश के तमाम ग्रामीण शहरी क्षेत्र में स्वच्छता अभियान जोर-शोर से जारी है ऐसे में सबसे चर्चित नाम दमोह जिले के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर बॉलीवुड सिनेमेटोग्राफर हरीश पटेल हैं सूत्रों की माने तो हरीश पटेल मध्य प्रदेश में स्वच्छता अभियान में अपने दमोह जिले में सबसे तेज गति से सक्रिय होकर स्वच्छता पर कार्य कर रहे हैं 4 अप्रैल 2025 को हरीश पटेल को नगर पालिका परिषद दमोह से स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के लिए स्वच्छता का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया था तब से लेकर अब तक विगत दो माह में ही हरीश पटेल ने स्वयं की पहल से शहर के लगभग पाँच चौराहों, दो प्रवेश द्वारों का सौंदर्यकरण किया है जिनमे बस स्टैंड चौराहा, किल्लाई नाका चौराहा, स्टेशन चौराहा, तीन गुल्ली चौराहा विवेकानन्द चौराहा, गायत्री प्रवेशद्वार, जटाशंकर प्रवेशद्वार, बेलाताल स्तम्भ आदि शामिल हैं।
दिन रात कर रहे स्वच्छ दमोह अभियान पर काम –हरीश पटेल बिना दिन रात की परवाह किये अपने कुछ मित्रों को साथ लेकर लगातार स्वच्छता पर कुछ अलग तरीके से काम कर रहे हैं ताकि और भी स्वच्छता के लिए जागरूक हो। हरीश की स्वच्छता पहल को दमोह जिले के साथ साथ प्रदेश के दूसरे शहरों में भी लोग सोशल मीडिया के माध्यम उनके स्वच्छता कार्यों की बेहद सराहना कर रहे हैं यहां तक कि इंदौर जैसे स्वच्छ और नंबर वन शहर में स्थान पाने वाले लोग भी उनकी प्रशंसा कर रहे हैं हरीश स्वच्छता कार्यों के साथ दमोह कलेक्टर श्री सुधीर कोचर जी द्वारा चलाये जा रहे हर सप्ताह के स्वच्छता अभियान में भी श्रमदान करते हैं और अपने खाली वक्त में शहरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हुए नजर आते हैं, हरीश पटेल जिला कलेक्टर के साथ मिलकर गंगा जल संवर्धन अभियान के अंतर्गत बांदकपुर, बावड़ी, बेलाताल ,तालाब, दीवान जी की तलैया, और पाठक तलैया में भी श्रमदान करके स्वच्छ सुंदर बना चुके हैं।

*मत करो ना यार* सांग कर रहा स्वच्छता के लिए प्रेरित – उनका बनाया दमोह का थीम सॉन्ग मत करो ना यार भी लोगों को गंदगी ना करने के लिए प्रेरित कर रहा है आगे चलकर कुछ जागरूकता शिविर के आयोजन भी दमोह जिले में किए जाने की योजना हरीश ने बनाई है बॉलीवुड कैमरामैन और दमोह स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर हरीश पटेल ने नगरवासियों से सहयोग की अपेक्षा रखते हुए उन्होंने कहा कि अगर सब लोग ठान लें कि स्वयं से स्वच्छता बनाए रखना है तो स्वच्छ शहरों की श्रेणी मे आने में दमोह को वक्त नहीं लगेगा , इस अभियान में सभी का सहयोग जरूरी है, शासन, प्रशासन और सभी साथ मिलकर ही स्वच्छता के इस मिशन में विजय पा सकते हैं किसी एक के करने से कुछ नहीं हो सकता हरीश पटेल के ये सारे कार्य शहर में चर्चा का विषय बने हुए हैं और प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर शहर वासी भी उनके स्वच्छता कार्यों में उनके समर्पण को देखकर प्रशंसा कर रहे हैं।हरीश कहते हैं मेरी कोशिश रहेगी कि कुछ समय बाद स्वच्छता पर कुछ लघु फिल्म का निर्माण भी शहर में किया जाएगा ख़ासतौर पर ऐसे विषय को लेकर फिल्म निर्माण किया जाएगा, जिसकी वजह से दमोह शहर में अभी भी गंदगी कायम है, जैसे शहर के दुकानदारो का अपनी-अपनी दुकानों के सामने कचरा लगाकर जाना, पान खाकर यहां वहां थूकना, खुले में कचरा फेंकना, पोस्टर पंपलेट लगाकर नगर के चौराहों को ख़राब करना. ऐसे कई कार्य हैं जिनकी वजह से नगर में स्वच्छता कायम नहीं रह पा रही है, हो सकता है शॉर्ट फिल्म बनाकर हम कुछ अच्छा संदेश दे सकें।
FAQ.
1.स्वच्छ भारत अभियान कब शुरू हुआ था और किसने शुरू किया था?
स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया इस अभियान के तहत प्रधानमंत्री सहित सभी छोटे बड़े सरकारी कर्मचारी ने झाडू थाम कर अपने आसपास साफ सफाई की।
2.स्वच्छ भारत अभियान क्या है?
भारत में साफ सफाई बनी रहे इसके लिए भारत के प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की जिसका उद्देश्य भारत के छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्र की गलियों सड़कों और सभी बुनियादी ढांचाओं की साफ सफाई करना है जहां अपने आसपास गंदगी दिखाई दे प्रत्येक नागरिक का यह प्रथम कर्तव्य और सामाजिक जिम्मेदारी है कि वह खुद ही साफ सफाई करें।
3.स्वच्छ भारत मिशन का दूसरा नाम क्या है?
स्वच्छ भारत मिशन का दूसरा नाम है निर्मल भारत अभियान।
4.भारत का सबसे साफ जिला कौन सा है
2023 के स्वच्छता सर्वेक्षण के अनुसार भारत का सबसे साफ जिला मध्य प्रदेश का इंदौर है इंदौर में सबसे ज्यादा साफ सफाई देखी जाती है स्वच्छता के मामले में पूरा इंदौर शहर जागरुक है।
5.स्वच्छ भारत दिवस कब मनाया जाता है?
स्वच्छ भारत दिवस हर वर्ष 2 अक्टूबर को मनाया जाता है इस दिन सभी विशेष रूप से अपने घर दफ्तर ऑफिस अपने आसपास गली मोहल्ले सभी जगह साफ-सफाई करते हैं।