प्रभात की कलम एक आनलाइन बेवसाइट है समाज कार्य के छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनीतिक के लिए एक प्रमुख ऑनलाइन शैक्षणिक जानकारी उपलब्ध कराता है ऐसे सवालों के सटीक उत्तर पाठक जिसे ढूंढ रहे हैं जो समाज कार्य के छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ता के लिए यह बहुत उपयोगी है जिसमें स्टूडेंट्स को समाज कार्य और राजनीति विषय की उपयोगी महत्वपूर्ण जानकारी है
प्रभात की कलम यह एक सोशल बेवसाइट है जिसमें समाज कार्य (MSW) की जानकारी हम अपने पाठकों को सरल भाषा में अपने लेख के माध्यम से प्रदान करेंगे। कक्षा 12 पास करने के बाद अधिकतर छात्र इस बात को लेकर कन्फ्यूजन में रहते हैं कि आगे कौन सा कोर्स किया जाए जिससे वह बेहतरीन रोजगार के साथ आत्म सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त हों सके। हम अपने लेखो के माध्यम से आपकी इस समस्या का समाधान करने का प्रयास है । मास्टर आफ सोशल वर्क (MSW) एक नया कोर्स है जो अभी कुछ सालों पहले ही शुरू हुआ लेकिन इसके बारे में सही सटीक जानकारी ना मिल पाने के कारण युवा छात्र दिशा हीन हो जाते हैं इसलिए प्रभात की कलम से हम अपने नए नए लेखों के जरिए आपको आगे जाने का रास्ता दिखा रहे हैं। हम आपको बताएंगे कि आप मास्टर आफ सोशल वर्क का कोर्स करने के बाद कैसे और कहां नौकरी पा सकते हैं रोजगार पाने के लिए किस तरह से प्रयास करने होंगे हम अपने लेखो में संपूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
यदि आप एक छात्र है और राजनीति में जाने की रुचि रखते हैं प्रभात की कलम आपका मार्गदर्शन अपने लेखों के द्वारा कर रही है । आप एक एनजीओ चलाना चाहते हैं या चला रहे हैं तों एन जी ओ से संबंधित सभी जानकारी जो आप गूगल पर सर्च कर रहे हैं पाठकों की संतुष्टि और समाधान करता हमारा उद्देश्य है यदि आप बी एस डब्ल्यू और एम एस डब्ल्यू के स्टूडेंट्स है कोर्स के प्रश्नों के उत्तर भी हमारे आर्टिकल में हम दे रहे हैं हमारे लेखों के जरिए आप यह कोर्स करते ही रोजगार पा सकेंगे आपको रास्ता हम दिखाएंगे।आप राजनीति के छात्र तों नेतृत्व के बारे में हमारे लेखों आपको राजनीति में खुद को स्थापित करने में मददगार साबित होंगे बस धैर्य के साथ आप हमारे लेखों को पढ़ते रहे आपकी समस्या का समाधान हम कर रहे हैं ।
इस बेवसाइट को सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शुरू किया है ताकि समाज कार्य के क्षेत्र में आ रही समस्याओं का समाधान लेख लिखकर किया जा सके सबसे तेज हम रीडर तक पहुंच सके इसके फाउंडर और लेखक श्री प्रभात बर्मन है सहयोगी लेखक नरेश झारिया है विभिन्न सामाजिक संगठनों संस्थाओं से जुड़कर कार्य करने का बेहतरीन अनुभव है जिनमें बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन मुंबई, बीइंग सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था, मोहन फाउंडेशन मुंबई, नोटों भारत सरकार, आदि । रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से मास्टर आॅफ सोशल वर्क की डिग्री हासिल की है