निषाद समाज ट्रस्ट जबलपुर ने मनाई निषादराज जयंती

भगवान निषाद राज जयंती नेशनल एसोसिएशन फिशरमैन निषाद समाज ट्रस्ट जबलपुर द्वारा मां नर्मदा के तट पर निषाद राज मंदिर में आर आर नाविक की अध्यक्षता में मनाई गई। आर आर नाविक द्वारा कहा गया कि गंगा तट पर बसे श्रृंगवेरपुर को राजा निषाधिपति ने बसाया था निषाद वंश में महाराजा तीरथ निषाद एवं महारानी सकेता निषाद के यहां चैट शुक्ल पंचमी को राजकुमार गुहराज निषाद कुमार का जन्म हुआ था एवं उनकी शादी शाहजी निषाद से हुई थी वशिष्ठ जी के गुरुकुल में राम लक्ष्मण भारत एवं शत्रुघ्न चारों राजकुमारों के साथ गुहराज भी पढ़ते थे गुहराज ने राम से मित्रता आजीवन निभाई जब राम जी को वनवास होता है वह अपने सखा के पास श्रृंगवेरपुर आते हैं उनका भव्य स्वागत होता है श्री राम निषाद के यहां एक रात व्यतीत करते हैं फिर चित्रकूट के लिए विदा होते हैं।
मां नर्मदा के तट पर भगवान को राज निषाद जयंती- जलवंशीय माझी समाज जबलपुर ने धूमधाम से मनाई गई भगवान निषादराज जी का पूजन अर्चन किया गया मां नर्मदा का पूजन और आरती की गई इस शुभ अवसर पर ट्रस्ट द्वारा सुंदरकांड पाठ हवन और भजन कीर्तन भी किए गए बच्चों द्वारा सांस्कृतिक परिस्थितियों भी दी गई जलवंशी माझी समाज की प्रगति उन्नति और समाज कल्याण के क्षेत्र में जनहित कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं का सम्मान भी किया गया उन्हें निषाद राज अवार्ड प्रदान किया गया । निषाद समाज के द्वारा निबंध प्रतियोगिता का आयोजन निषाद जयंती के अवसर पर किया गया जिसमें समाज के प्रतिभाशाली बच्चों को पुरस्कार वितरण किया गया भगवान निषाद राज जयंती के इस भव्य समारोह में बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए थे।
जलवंशी माझी समाज शैक्षणिक एवं सेवा समिति जबलपुर को अवार्ड- जलवंशी माझी समाज शैक्षणिक एवं सेवा समिति जबलपुर के द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यो के लिए सम्मानित किया गया समिति की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती भूमा रैकवार को अवार्ड प्रदान किया गया विकास 10 वर्षों से घूमर एक बार जलवंशी समाज के हित में लगातार कार्य कर रही हैं समाज की आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की अनेकों कन्याओं का विवाह कर चुकी हैं इतना ही नहीं महिलाओं की शिक्षा और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी कार्य कर रही है जलवंशी महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने जैसा महत्वपूर्ण कार्य भूमि रैकवार कर रही हैं।
निषाद जन्मोत्सव कार्यक्रम का जलवंशीय मांझी समाज जबलपूर में कई स्थानों पर आयोजन- निषाद राज जयंती का कार्यक्रम जलवंशी माझी समाज द्वारा शहर के कई स्थानों में भव्य आयोजन किए गए जहां माझी समाज जबलपुर द्वारा भव्य शोभा यात्रा निकाली गई वहीं शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भंडारे का आयोजन भी किया गया जबलपुर शहर के अलग-अलग क्षेत्र में लोक नृत्य संस्कृति लोकगीतों का आयोजन कर भगवान गुहराज निषादराज का जन्मोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। भगवान निषाद राज भगवान श्री राम के बाल सखा हैं।
FAQ .
1.निषाद राज का जन्म कहाँ हुआ था?
श्रृंगवेरपुर में निषाद वंश में महाराजा तीरथ निषाद एवं महारानी सकेता निषाद के यहां चैट शुक्ल पंचमी को राजकुमार गुहराज निषाद कुमार का जन्म हुआ
2.श्रृंगवेरपुर के राजा कौन थे?
श्रृंगवेरपुर के राजा महाराजा तीर्थ निषाद थे बाद में उनके पुत्र भगवान गुहराज निषाद राज श्रृंगवेरपुर के राजा बने और उन्होंने श्रृंगवेरपुर का राज पाठ संभाला।
3.निषाद राज गांव का क्या नाम है?
निषाद राज के गांव का नाम रामायण में श्रृंगवेरपुर के नाम से उल्लेख मिलता है यह भी मछुआरों के राजा थे भगवान श्री राम के बाल सखा निषाद राज थे ।
4.निषाद राज की जयंती कब मनाई जाती है?
निषादराज जयंती चैत्र शुक्ल पंचमी को मनाई जाती है चैत्र शुक्ल की नवरात्र को भगवान निषादराज का जन्म हुआ था पूरे भारत में भगवान निषाद राज की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है।
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