जबलपुर मेयर जगत बहादुर ने अपने बर्थडे पर कदम संस्था के साथ वृक्षारोपण किया

पेड़ हमारे लिए देव तुल्य हैं पेड़ों से हमें शुद्ध वायु मिलती है वृक्षारोपण ऐसा कार्य है जो आने वाली पीढियां के लिए भी एक स्वस्थ्य और बेहतर जीवन सुनिश्चित करता है पर्यावरण को बेहतर बनाने और उसके संरक्षण के लिए वृक्ष लगाना आवश्यक है इसी उद्देश्य के चलते आज जबलपुर शहर के प्रथम नागरिक महापौर जगत बहादुर अन्नु ने अपने जन्मदिन पर पौधारोपण पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। यह कार्यक्रम कदम संस्था द्वारा सिविक सेंटर स्थित गार्डन में आयोजित किया गया संस्था के संस्थापक योगेश घनोरे ने कहा हम जबलपुर सहित देश भर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश निरंतर देते आ रहे हैं पर्यावरण प्रदूषण रोकने और शुद्ध वातावरण के लिए पेड़ लगाना आवश्यक है आज हमारा पर्यावरण कई गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है यदि भारत का प्रत्येक नागरिक प्रतिदिन एक पौधा अपने आसपास लगाकर उसकी देखभाल करें तो हमारा पर्यावरण प्रदूषित होने से बचेगा पर्यावरण संरक्षण पूरे समाज की सांझ जिम्मेदारी है इसलिए हम कदम संस्था जबलपुर के द्वारा वृक्षारोपण प्रतिदिन कर रहे हैं आज हमने 7607 वां पौधा हमने लगाया पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने के लिए हम प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे नियमित पौधों रोपण करते आ रहे हैं।

प्रगति ने हमें बहुत कुछ दिया है महापौर – जबलपुर के महापौर जगत बहादुर अनु ने अपने जन्मदिन पर पौधारोपण कर एक समाज को ही नहीं बल्कि पूरे जबलपुर पूरे प्रदेश को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है उन्होंने कदम संस्था द्वारा आयोजित सिविक सेंटर स्थित गार्डन में पौधारोपण किया और कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर ने कहा की प्रगति ने हमें बहुत कुछ दिया है हमें भी प्रगति को बिना मांगे उसका टैक्स देना चाहिए पर्यावरण सबसे महत्वपूर्ण है हम सौभाग्यशाली हैं कि हम भारतीय हैं हमने भारत की माटी में जन्म लिया है यह माटी जैसे हम मां कहकर पुकारते हैं हमारे ऋषि मुनियों और पूर्वजों ने भी हमें यही सिखाया है कि वृक्ष हमारे देवता हैं हम वृक्षों को देव तुल्य मानते हैं हमारे पुराणों ,वैदिक ग्रंथों में इसका उल्लेख है हम वृक्ष को भगवान शिव का रूप मानते हैं प्राचीन काल से ही हम वर्षों की पूजा करते आ रहे हैं बट वृक्ष पीपल तुलसी आदि की पूजा हम करते हैं यह हमारे देश की संस्कृति है मानव का जीवन तभी सफल होगा हम सभी को अपने जन्म दिन पर वैवाहिक वर्षगांठ पर जैसे शुभ कार्यों में एक पेड़ लगाना चाहिए।

अंशरोपण एक पहल पौधारोपण- कम संस्थान ने अंश रोपण की सराहनीय पहल की शुरुआत की अंश रोपण से तात्पर्य है कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है और उसका अंतिम संस्कार के बाद जो राख बचती है उसे हम नदी में विसर्जित ना करके उसे राख और माटी के साथ पौधा रोपण करें यदि किसी व्यक्ति को दफनाया गया है तो उसकी माटी लाकर पौधारोपण करें ताकि वह व्यक्ति जो अपना शरीर त्याग कर इस दुनिया से जा चुका है वह एक पौधे के रूप में हमारे साथ रहे और उस पौधे की हम देखभाल करें साल 2011 से अंश रोपण की शुरुआत की गई थी कदम मित्र सोनिया बाकुलकर रायत बताती हैं कि मेरे परिवार के लगभग 12 सदस्यों का अंशारोपण हो चुका है लेकिन आज भी हमारे अपने परिवारजन एक पौधे के रूप में हमारे साथ हैं उन्होंने भले ही अपनी डी त्याग दी हो अंशारोपण कदम संस्था का एक सार्थक कदम है जिसके जरिए हमारे अपने एक पौधे के रूप में हमारे साथ हैं हमारे पर्यावरण का संरक्षण भी कर रहे हैं हमें शुद्ध वायु भी दे रहे हैं हमारी प्रकृति को स्वच्छ बनाने में हमारी सहायता कर रहे हैं अंशारोपण के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए।
जन्मदिन पर पौधारोपण करने वाली पहली संस्था- कदम संस्था प्रतिदिन जबलपुर शहर वासियों के जन्मदिन पर उन्हें आमंत्रित करती है और एक पौधा नियमित रूप से लगती है इस तरह की पहल करने वाली कदम संस्था देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की पहली संस्था है जो जन्मदिन पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रही है। ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना प्रकृति है और मानव का सर्वश्रेष्ठ दिन उसका जन्मदिन होता है इसलिए जन्मदिन पर एक वृक्ष लगाकर पर्यावरण की रक्षा हम कर सकते हैं। 17 जुलाई 2004 से प्रतिदिन सुबह 10 बजे कदम संस्था द्वारा पौधारोपण किया जा रहा है।